इम्तियाज़ बताते हैं, “एक टाइम ऐसा आया, जब मैं कहता था कि ‘रॉकस्टार’ में ये मिस्टेक है, लोग मेरे ही ऊपर चढ़ जाते थे.
इम्तियाज़ की फ़िल्में ‘जब वी मेट’, ‘तमाशा’, ‘रॉकस्टार’ और ‘हाइवे’ को ज़्यादातर लोग पसंद करते हैं. लेकिन कुछ लोग नापसंद भी करते हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे इम्तियाज़ अली ने खुद हमारे प्रोग्राम गेस्ट इन द न्यूजरूम में बताया. जब उनकी फ़िल्में रिलीज हुई, तो कई लोगों ने आलोचना की थी. अब वही लोग उसकी तारीफ करते हैं. इसलिए इम्तियाज़ ने अब क्रिटिक्स के रिव्यू पढ़ने ही छोड़ दिए. जब उनकी ‘रॉकस्टार’ आई, तो उसको भी कई लोगों ने नापसंद किया. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी थे, जिन्होंने इस फिल्म को बहुत ही ज़्यादा पसंद किया. उन्होंने इससे जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया, जब एक लड़की उन्हें लिफ्ट में मिली.
इम्तियाज़ बताते हैं:
जब ‘रॉकस्टार’ आई, तो उसको कई लोगों ने नापसंद किया. उसको लेकर मिक्स्ड रिस्पॉन्स था. कई लोगों ने कहा, क्या दुखी पिक्चर बना दी है! ‘जब वी मेट’ बनाओ. ये क्या करने की कोशिश कर रहे हो!
ये तो बुराई हुई. लेकिन ‘रॉकस्टार’ के साथ कुछ बहुत अच्छा भी हुआ. इम्तियाज़ कहते हैं:
फिल्म रिलीज के कुछ दिन बाद की ही बात है, टी-सीरीज के मेन ऑफिस मैं आया. लिफ्ट से ऊपर जा रहा था. जैसे ही लिफ्ट का दरवाज़ा बंद होने को हुआ, एक लड़की ने हाथ घुसा दिया. दरवाजा खुल गया. लड़की अंदर आ गई. वो मेरे साथ ऊपर जा रही थी. उसकी आंखों में आंसू थे. उसने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि फिल्म बुरी है, वो बास्ट** हैं. उसने गाली देनी शुरू कर दी. ये गलत लोग हैं, इनकी सुनना मत. मुझे नहीं पता, वो कौन थी? इतना स्ट्रांग रिएक्शन, मुझे लगा कि वो ठीक तो है